हवाओं से पैगाम मिला हैं
मौसम का कुछ मिजाज बदला है
शांत हुई सागर की लहरें
तूफानों को विराम मिला है
पर्वतों से टकराते बादल
बरसातों को नया आगाज मिला है
बहारों मे आई नयीं उमंग
फुलवारीं को फूलों का नया उपहार मिला है
शांत पडा था सारा आलम
हर पक्षी को नया सुर ताल मिला है
(बरसात):[email protected]अभिषेक शर्मा
Very nice…………………………………
हार्दिक आभार विजय जी ……
बहुत खूब……….
हार्दिक आभार आदरणीय
BEAUTIFUL LINES……………..
हार्दिक आभार आदरणीय
बेहद सुन्दर वर्णन अभिषेक
हार्दिक आभार आदरणीय
बहुत खूबसूरत अभिषेक भाई.
हार्दिक आभार आदरणीय
कमाल कर दिया अभिषेक जी आपने
हार्दिक आभार आदरणीय
सुन्दर रचना अभिषेक जी !
हार्दिक आभार आदरणीया
बरसात होने पर वैसे ही हर तरफ खुशहाली आ जाती है ……………………….. बहुत ही बढ़िया अभिषेक !!
हार्दिक आभार आदरणीय
Kya taal thoki hai aapne…..dil ke taar jhanjhana gaye ji….behad hi khoobsoorat….
हार्दिक आभार आदरणीय
अभिषेक जीबहुत खुबसूरत….बधाई मित्र!
आभार …………….
हार्दिक आभार आदरणीय
बहुत खूब. लाजवाब अभिषेक जी
हार्दिक आभार आदरणीय
बहुत खूब………………..
हार्दिक आभार आदरणीय