फूल
सुन्दर फूल
केवल घिरे चारदिवारी
के अंदर में ही
खिलता है
ऎेसी बात नहीं
लोगों के दिल में भी
खिल सकता है
और फूल खिलने पर
सुगंध से महकता है
चारों ओर.
केवल खिलने के लिए
चाहिए
पवित्र मन की
उर्वरा काली मिट्टी,
प्यार की वर्षा
और स्वतंत्रता की
उन्मुक्त हवा.
बहुत बढ़िया नुक्ता बता दिया आपने…………………बहुत खूब चंद्रमोहन जी
बहुत खूबसुरत……बेहतरीन सोच का उम्दा उदहारण ।।
Waaahhhh…..laajwaab…..
अच्छे विचार …………………… बहुत बढ़िया !!