जुर्रत
बड़े गुमान से भेजा था हमने पैगाम अपनी मोहब्बत का
और बड़ी ही शिद्दत से आया उनका भी जवाब ………………………………
के इक बार अगर खुद को आईने में देख लिया होता हज़ूर
तो फिर पैगाम-ए-मोहब्बत की जुर्रत आप करते ना जनाब ……………………….
शायर : सर्वजीत सिंह
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बहुत नाइंसाफी है ये……………!! बस इतना ही कहना बनता है !!
बहुत खूब सर्वजीत जी !!
इतनी बेगैरती नकारा उसने होक मगरूर
खुदा करे जन्नत में भी उसको मिले लंगूर !!
वाह क्या बात है …………….. लाजवाब प्रतिक्रिया निवातियाँ जी…………………….दोस्त हों तो आप जैसे …………. तारीफ के लिए तहे दिल से शुक्रिया !!
सर पैगाम का एक और जवाब बनता था,
दिल के बाज़ार में दौलत नहीं देखी जाती,
प्यार हो जाये तो सूरत नहीं देखी जाती.
बहुत खूब…………………
बहुत बहुत शुक्रिया विजय जी ……………………….. प्यार हो जाये तो सूरत नहीं देखी जाती पर पहले प्यार तो होना चाहिए !!
लगता है पुराने दिन याद आ गए सर्वजीत
पुराने दिनों में तो बहुत सारी लडकियां हमारी दीवानी थीं ………………………. बहुत बहुत शुक्रिया मधुकर जी !!
अरे हुश्न की नाज करने वाली
तेरे मगरूरीयत पर न कोई करीब होंगा
सर्वजीत को तुमने ठुकराया बेदर्दी से
सच में तुम्हारा न कोई नसीब होंगा
वाह क्या बात है …………….. लाजवाब प्रतिक्रिया सुरेन्द्र जी…………………….नाराज़गी में मगरूर लड़की को क्या कोसा है आपने …………. तारीफ के लिए तहे दिल से शुक्रिया !!
उसको पाना हर हाल में मेरी चाहत थी,
पर कही ना कही, गुमान से भरा मेरा इश्क था,
हम तो मदमस्त नक्श देख दिल लगा बैठे,
अंजान थे इस बात से दिल तोडना उनका चस्का था,
सर्वजीत जी फ़िक्र मत कीजिये……………..फिर कोशिश कीजिये |…..बहुत उम्दा
फ़िक्र किसको है मनी ये तो ज़िन्दगी का दौर है
एक ना मानी तो क्या पीछे लाइन में दस ओर हैं
बहुत बहुत शुक्रिया मनी !!
बहुत खूब सर्वजीत जी !!
बहुत बहुत धन्यवाद……………………… आदित्य जी !!
Sarvjit ji aapki rachna ka hi kamaal hai ki pratiuttar mein kitni rachnaayein aa gayee….law of multiplication…. .hahahahaha…. Kamaal pe kamaal….
आपकी रोचक प्रतिक्रिया का हमेशां इंतज़ार रहता है …………………….तहे दिल से आपका शुक्रिया शर्मा जी !!