सोचा चलो आज छत पर पतंग उड़ा ले,
आया रविवार बेफिक्र हो छुट्टी मना ले,
देख सामने सुंदर सी बाला ख्याल आया,
पंतग छोड़ तिरछी नज़र उस पर टिका ले,
ये कौन आई ? इस महोल्ले में नयी बाला,
पहले ये बुझारत जल्दी से बुझा ले,
धूमिल-धूमिल सी यादो की परत हटने लगी,
जाने पहचानी सी लगती, सोचा आवाज़ दे बुला ले,
अभी कुछ देर ही बीती थी, वो मेरे घर आ गयी,
एकटक निहारता रहा, सुझा ही नहीं अंदर बुला ले,
आये मोहल्ले में नए पडोसी थे हमारे,
हलकी हस्सी थी उसके चेहरे पर, मैंने कहा आप भी चाय ले,
उसकी सादगी, चेहरे का नूर देख, दिल में अरमान जागा,
ऐ खुदा ले ले हर खुशी मुझसे, बस इसे मेरा बना दे,
हैंडीकैप है मेरी बेटी, नकली लात है जुडवाई, सुन,
सुन्न सा रह गया, ऐसा लगा जैसे भरी नींद से कोई जगा दे,
पहली नज़र का प्यार था मेरा, कैसे छोड़ देता अधरास्ते में ?
कैसे भी करके अपनी माँ को मनाया ? उसको मेरा बना दे,
खुश हु मैँ अपनी जिंदगी के इस फैसले से, अब तो रूह खिल जाये,
लिखा कोई गीत “मनी” का, “इन्दर” अपनी आवाज़ में सुना दे,
क्या खूबसूरत भाव प्रस्तुत किये है इस रचना में मनी …………ह्रदय को छु रही है ………..लाजबाब ………..!!
मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है निवातियाँ जी मेरी रचना आपके ह्रदय को छु गयी, आपकी इस सराहना ने मेरे लेखन की रूचि को और भी सशक्त कर दिया है………….तहे दिल से बहुत प्यार से शुक्रिया आपका |
Bahut khub, lage rahe bhai, pahla pyaar pahla nasha, koi bhi ho jb dil aa gaya to fir kya….
जी सुरेन्द्र जी आपने सही कहा…….बहुत बहुत शुक्रिया आपका इस सराहना के लिए
gooooood…………….
thanks saurabh ji
Very nice write Maninder
तहे दिल से शुक्रिया शिशिर जी आपकी इस सराहना के लिए…….
Behtareen……mann ke andar risti rachna….
एक बार फिर से बहुत बहुत तहे दिल से शुक्रिया सी एम शर्मा जी आपके इस प्यार के लिए
सच्चे दिल से निकली प्रीति शायद सीधे दिल तक दस्तक देती है। बहाना कोई भी हो!
कितनी सादगी और सीधे शब्दों में आपने सब कुछ व्यक्त कर दिया।
वाह!
बहुत बहुत शुक्रिया अरुण जी आपकी इस हौसलाअफ़्ज़ाई के लिए
पहला प्यार ही सच्चा प्यार होता है ……………………………… बेहतरीन मनी !!
जी सर्वजीत जी अपने सही कहा………………..बहुत बहुत शुक्रिया इस सराहना के लिए
पहला प्यार ही सच्चा और अच्छा प्यार होता है
जी चंद्रमोहन जी बिलकुल सत्य कहा आपने………………..बहुत बहुत शुक्रिया इस सराहना के लिए
लाजबाब …………………..!!
thanks ankit ji……………
बहुत ही बढ़िया………………… मनी जी !!
शुक्रिया अभिषेक जी……………..
ह्रदय को छूनेवाली रचना. बहुत ही खूबसूरत. बधाई…….बधाई…….
तहे दिल से विजय जी आपका आभार आपकी इस प्रतिक्रया के लिए