तेरी जिदंगी प्यार से आबाद करूंगा…………………
काली रातों को रुसवा और चांदनी से फ़रियाद करूंगा
इश्क़ का खुंमार ऊपर चढ़ सा गया
दिल के सारे एहसास तेरे नाम करूंगा
हर खुशी को तुझ से जोड़ दूँगा…………
तू दे अपने गम तो गमों से नाता जोड़ लुंगा
इख़्तियार कर ले मेरी मोहब्बत का……
मोहब्बत में अपनी सांसें तेरे नाम करूंगा
(इश्क़ का खुंमार):[email protected]अभिषेक शर्मा
बहुत ही बढ़िया अभिषेक जी…………………….
बहुत बहुत. धन्यवाद विजय जी ……!
बहुत खुब अभिषेक जी………क्या बात हैं
बहुत बहुत. धन्यवाद आदित्य जी
nice feelings abhishek……….
तहदिल से शुक्रिया शिशिर जी ……..!!
अपने प्रेम के प्रति दृढ़ता के भाव प्रस्तुत करती खूबसूरत रचना !!
तहदिल से शुक्रिया निवातियाँ जी ……..!!
खुबसुरत रचना…….
बहुत बहुत. धन्यवाद सर
Very nice abhishek ji..
बहुत बहुत. धन्यवाद स्वाति जी
वाह अभिषेक जी काफी गहरा इश्क है…..बहुत बढ़िया
तहदिल से शुक्रिया …….मनी जी.!!
अपने इश्क् के प्रति ईमानदारी से खड़े होने का भाव, बहुत खूब अभिषेक!
तहदिल से शुक्रिया …….सुरेन्द्र जी.!!
Waaahhh…..abhishek ji Pyaar ka amitt abhishek kar diya…..
शर्मा जी आपका …..तहे दिल से शुक्रिया !!
तहदिल से शुक्रिया …….सुरेन्द्र जी.!!
इश्क़ का खुमार हो तो हमेशां सर चढ़ कर बोलता है ………………………….. बहुत ही बढ़िया अभिषेक !!
प्रशंसा के लिए बहुत बहुत आभार …………………………सर्वजीत जी
लाजबाब …………………..!!
बहुत बहुत आभार ……………अकिंत जी