मिलना है, तुझसे जरूर चाहे चलते-चलते जिंदगी की आखिरी शाम आ जाये,
शहर में अँधेरा हो पर मेरी आँखों में तेरे प्यार की रोशनी हो,
ये काश मोहब्ब्त में मेरे वो मक़ाम आ जाये,
तेरी जुल्फों की छाओं में कुछ पल सुकून मिले मेरे थके दिल को थोड़ा आराम आ जाये ,
और बस तेरी आँखों में ही मैं देखता रहूं कि खुदा का आखिरी पैगाम आ जाये ,
गर वो पूछे कि बता तेरी आखिरी ख्वाइश क्या है?
मैं कहूं एक आखिरी बार होठों पे उसका नाम आ जाये………….!!
Nice line……………..
thanks……..!!
Sundar………
thank you sir……..!!
दीवानगी का सुंदर चित्रण
Kaash aajkal ki duniya me ye sab krna aasan hota……….!!
Sundeर rachna …….sir
thank u very much……!!