मिलना है तुझसे जरूर चाहे चलते-चलते जिंदगी की आखिरी शाम आ जाए
शहर में अँधेरा हो पर आँखों में तेरे प्यार की रोशनी हो, काश मोहब्बत में मेरे ओ मक़ाम आ जाये,
तेरी जुल्फो की छाओ में कुछ पल को सुकून मिले मेरे थके दिल को थोड़ा आराम आ जाये,
और बस तेरी अाँखों में ही मैं देखता रहूं कि खुदा का आखिरी पैगाम आ जाए,
गर ओ पूछे बता तेरी आखिरी ख्वाइश क्या है?
तो मैं कहूं एक आखिरी बार होठों पर उसका नाम आ जाए …………….
दिल की बात को आपने काफी खुबसूरती सी ब्यान किया है……
Very nice………….
बहुत खूब……..
बहुत खूब…………………………………
Bahut sunder…… .
Apki v khwaish h aur meri lekin meri itni achhi nhi h