Homeसोनित बोपचेकलेजा तो हमारा है..(शेर) कलेजा तो हमारा है..(शेर) सोनित सोनित बोपचे 29/06/2016 8 Comments “कलेजा जो हमारा है..अगर तुम चीर के देखो… यहाँ हर खून का कतरा तुम्ही से प्यार करता है… बगावत इस कदर यारों ज़माने में नहीं देखी… मनाओ लाख पर हरक़त वही सौ बार करता है…” -सोनित Tweet Pin It Related Posts जाने क्या हुआ है सोचता हूँ.. दवाखाने में क्यूँ छोड़ा जरा चलते तो मैखाने इन नजरों से देखो प्रियवर..पार क्षितिज के एक मिलन है About The Author सोनित 8 Comments निवातियाँ डी. के. 29/06/2016 बहुत खूब सोनित ………….”मगर” के स्थान पर “अगर” शब्द ज्यादा उपयुक्त होगा !! Reply सोनित 29/06/2016 धन्यवाद सर, उम्मीद है की अब पंक्ति सही बैठ रही है. Reply Shishir "Madhukar" 29/06/2016 Beautiful…………… Reply Amar Chandratrai 29/06/2016 bahut hi umda……. Reply Amar Chandratrai 29/06/2016 bahut hi umda…….sir Reply अभिषेक शर्मा 30/06/2016 बहुत खूब……………… सोनित जी Reply babucm 30/06/2016 बहुत ही बढ़िया….. Reply विजय कुमार सिंह 30/06/2016 बहुत ही सुंदर…………………… Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
बहुत खूब सोनित ………….”मगर” के स्थान पर “अगर” शब्द ज्यादा उपयुक्त होगा !!
धन्यवाद सर, उम्मीद है की अब पंक्ति सही बैठ रही है.
Beautiful……………
bahut hi umda…….
bahut hi umda…….sir
बहुत खूब……………… सोनित जी
बहुत ही बढ़िया…..
बहुत ही सुंदर……………………