राह में चलते चलते बहुत से मोड़ आये
कभी निराशाएं मिली तो कभी ठोकर खाए
कभि उम्मीद टूटी तो कभी अपने छुटे
कभि आशा ही टूट गयी तो कभि दिल टूटे
जो याद था तो बस इतना की मंजिल अभि बाकी है………
दिल ने कहा आँखों को बंद कर दो सपने देखना
जहाँ तुम चल दिए हो वो राह आसान नहीं याद रखना
चलते चलते थक जाओगे
आंधी आएगी झुक जाओगे
धूप में न छांव मिलेगी आफत में जान फसेगी…
हमने उसकी एक न मानी
कहा यही तो हमारी परीक्षा और तलाशी है
बस चलते जाना है
क्योंकि मंजिल अभि बाकी है
रास्ते पर चलते चलते हर मोड़ पर थके
कभी धुप तो कभी छाँव पे थमें
कभि गिरकर उठे तो कभि उठकर चले
कभि न डर लगा की राह वीरानि है
याद था तो बस इतना की मंजिल अभि बाकी है
चलते चलते उस मोड़ पर भी आये जहा न किसी का साथ था न किसी के साए
हर पलछिन बनती गयी एक कहानी
हर मोड़ पर एक नया तजुर्बा एक नयी चीज जानी
लगा यूँ की ये कुदरत की कोई चालाकी है
बस चलते जाना है क्यूंकि मंजिल अभि बाकी है….
मदमस्त चलते गए और चलते गए
लगा मंजिल के करीब बढ़ते गए
रास्ते ने ही आगे का रास्ता दिखा दिया
एक मोड़ से दूसरा मोड़ जुड़ता चला गया
सोचा यही मेरी मंजिल तो नहीं जो आँखों में धुंधलाती है
पर नहीं मंजिल तो अभि बाकी है….
चलते चलते दिल में ख्याल आया
जो चाहिए था वो तो पीछे छुट गया
किस सुनसान राह पर भटक रही हूँ
ओश की बूँद को हीरा समझ बैठी
जैसे ही छुआ वो तो छलक गयी
क्यूँ बचाकर रखा मेने उसे हवाओं से
क्यूँ न बह जाने दिया उसे
किसकी चाहत में कोशों दूर आ गयी
कैसे लौट पाउंगी घर को
जो चाहिए था वो तो मेरा था ही नहीं
क्या समझा पाऊँगी खुद को
उलझन में उलझकर रह गयी हूँ मैं
फूलों की पंखुड़ियों की तरह सिमट कर रह गयी हूँ मैं
राहों से खुद का नाता तुड़ा लिया
मंजिल ने भी हमसे अपना पीछा छुड़ा लिया
सपने भी अब हमारा मजाक उड़ाकर पलकों की खिडकियों से झाँकतें है
क्या अब ऐसा कहना सही है की मंजिल अभि भी बाकी है
जैसे ही छुआ वो तो छलक गयी……
बहुत अच्छी रचना
उपरोक्त पंक्ति अद्भुत
thanku arun ji… i also love this line .. thanx for noticing
खूबसूरत रचना है……………………..
रास्ते ने ही आगे का रास्ता दिखा दिया
एक मोड़ से दूसरा मोड़ जुड़ता चला गया
सोचा यही मेरी मंजिल तो नहीं जो आँखों में धुंधलाती है
पर नहीं मंजिल तो अभि बाकी है….
thanku vijay ji….. your complements means alot to me
Heart touching lines yaar…….
thanku prince ji
bahit khub……………………
thanku mani ji
अत्यन्त सुन्दर रचना……………..
thanku madhukar ji…
खूबसूरत रचना है……………………
thanku abhishek ji…
बहुत खूबसूरत …..श्रीजा ….अति सुंदर !!
Thank you Nivatiya ji
बहुत सुन्दर…..
thanku
अतीव सुंदर………..!
thank you