Homeइंदर भोले नाथवीरानो में बना बैठे हैं… वीरानो में बना बैठे हैं… Inder Bhole Nath इंदर भोले नाथ 22/06/2016 7 Comments कम्बख़्त ये तन्हाई भी न कुछ इस क़दर हमें अपना बना बैठी है, के इसका बसेरा मुझमे नहीं, हम अपना आशियाना ही वीरानो में बना बैठे हैं… …इंदर भोले नाथ… http://merealfaazinder.blogspot.in/ Tweet Pin It Related Posts “मेरी पहचान याद आयेगी”… गर्दिशों का मारा मुसाफिर… IBN… About The Author इंदर भोले नाथ नाम-इंदर भोले नाथ website-http://merealfaazinder.blogspot.in/ https://www.facebook.com/Mere-Alfaaz-Inder-1606639212906222/?fref=nf 7 Comments विजय कुमार सिंह 22/06/2016 वीरानो में मत जाइये श्रीमान, तन्हाई मिटाने के और भी रस्ते हैं…….. बहुत खूब……… Reply निवातियाँ डी. के. 22/06/2016 अति सुन्दर ………………..!! Reply mani 22/06/2016 तन्हाइयो में रहने की अभी उम्र नहीं आप की……हर पल जिए मुस्कुराके…..बहुत खूब Reply Shishir "Madhukar" 22/06/2016 Lovely Inder. This is often true. Reply अरुण कुमार तिवारी 22/06/2016 बहुत बढ़िया भाव और तिस पर उम्दा तुकबन्दी वाह! Reply babucm 23/06/2016 वाह क्या बात है…..बहुत खूब…. Reply Inder Bhole Nath 23/06/2016 बहुत-बहुत शुक्रिया आप सभी के प्रतिक्रियाओं का तहे दिल से शुक्रिया आप सभी का Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
वीरानो में मत जाइये श्रीमान, तन्हाई मिटाने के और भी रस्ते हैं…….. बहुत खूब………
अति सुन्दर ………………..!!
तन्हाइयो में रहने की अभी उम्र नहीं आप की……हर पल जिए मुस्कुराके…..बहुत खूब
Lovely Inder. This is often true.
बहुत बढ़िया भाव और तिस पर उम्दा तुकबन्दी
वाह!
वाह क्या बात है…..बहुत खूब….
बहुत-बहुत शुक्रिया आप सभी के प्रतिक्रियाओं का
तहे दिल से शुक्रिया आप सभी का