Homeसोनित बोपचेबारिश फ़र्क नही करती बारिश फ़र्क नही करती सोनित सोनित बोपचे 22/06/2016 6 Comments बारिश फ़र्क नही करती हर जर्रा जर्रा भीगता है मनभावन उपवन भीगते हैं गलियों का कचरा भीगता है प्रेम मे फ़र्क नही होता मैं सोचता हूं अम्बर को कभी धरती से प्रेम हुआ होगा -सोनित www.sonitbopche.blogspot.com Tweet Pin It Related Posts ऐ जिंदगी.. जश्न-ए-आजादी में “इन भारतीयों” को न भूलना… कलेजा तो हमारा है..(शेर) About The Author सोनित 6 Comments arun kumar tiwari 22/06/2016 वाह वाक़ई लाजवाब। इस स्तर की सोच सब के वश में कहाँ! Reply babucm 22/06/2016 क्या बात है….कमाल कर दिया….. Reply विजय कुमार सिंह 22/06/2016 Very nice……………………… Reply निवातियाँ डी. के. 22/06/2016 यक़ीनन बेहतरीन पंक्तिया !! Reply Shishir "Madhukar" 22/06/2016 बहुत खूब ………….. Reply प्रियंका 'अलका' 22/06/2016 बेहतरीन………. Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
वाह वाक़ई लाजवाब। इस स्तर की सोच सब के वश में कहाँ!
क्या बात है….कमाल कर दिया…..
Very nice………………………
यक़ीनन बेहतरीन पंक्तिया !!
बहुत खूब …………..
बेहतरीन……….