Happy Father’s day…
“पापा तुम सा प्यारा कोई नहीं है,
जब से मै माँ के गर्भ में आया,(आयी)
तब से मेरे लिए आप लगे थे सपने सजाने,
हमारे भविष्य को सुखद बनाने के लिए,
लगे आप अपना पसीना बहाने,
पापा तुम सा प्यारा कोई नहीं है।
जब मै इस संसार में आया,(आयी)
आपने जैसे खुशियों का भंडार पाया,
गोदी में जैसे ही मुझको उठाया,
मैंने खुद को आपकी बाहों में सुरक्षित पाया,
पापा तुम सा प्यारा कोई नहीं है।
मुझको उंगली पकड़कर चलना सिखाया,
फिर धीरे से मेरीे उंगली छुड़ाकर,
मुझको आत्मनिर्भर बनाया,
और समाज में सम्मान से रहना सिखाया,
पापा तुम सा प्यारा कोई नहीं है।
आपकी सीख का मान मैं रखूँगा,(रखूँगी)
नैतिक मूल्यों को कभी गिरने न दूँगा,(दूँगी)
आपके सिर को गर्व से ऊँचा करूँगा,(करुँगी)
आपसे मेरा वादा यही है,
पापा तुम सा प्यारा कोई नहीं है।”
By:Dr Swati Gupta.
पिता को समर्पित सुंदर भावनात्मक ……बहुत अच्छे Swati !!
सन्दुर …… …… ……
सुंदर भावनात्मक
Swatiji….bahut pyare sundar bhaav aapke….or sabse khoobsoorat baat Uske kahne ki….mobile se likh raha so copy paste nahin kar sakta Hindi wala…aapne Jo panktiaan likhi “mujhko ungali pakad kar chalna sikhaaya…fir dheere se Meri ungali chudakar aatma nirbhar banaayee”…. Main inmein aapke bhaavon ke saath doob gaya……waah ….bahut khoobsoorat…..
nice lines……………….
Father’s Day पर ऐसी रचना ………………… बहुत बढ़िया स्वाति जी !!
आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद। आप सबके comments मुझे कुछ नया लिखने को प्रेरित करते हैं।