सोसल साइट पर डाल दी पिक्चर,
हर किसी ने अपने-अपने भगवान की,
लाइक करोगे मन्नत होगी पूरी,
कमेंन्ट करोगे दिन अच्छे से गुजरेगा,
शेयर करोगे हर मुश्किल आसान,
मिट्ट जाएगी हर किसी से दूरी,
बस एक मिनट का टाइम निकाल,
लिखो जय माता की, अल्लाह हु अल्लाह हु,
भगवान को पाने का आसान तरीका,
ढूंढ निकाला सोसल साइट के बाबाओ ने,
ना मंदिर, ना मस्जिद की लड़ाई,
ना मजहब या जात की बात, नर हो या नारी,
हर किसी को लाइक, कमेंट, शेयर की मंजूरी,
ना कोई ज्यादा खर्चा, ना गर्मी, सर्दी की चिंता,
जाना नहीं पड़ेगा तप करने अब गुफाओं में,
समझ नहीं आता, इसे भाग्य कहु या दुर्भाग्य,
इंसान आज का किधर जा रहा ?
सोच अपनी से क्यों इतना बोना होता जा रहा ?
सोसल साइट पर डाल दी पिक्चर,
हर किसी ने अपने-अपने भगवान की,
sahi kaha ap ne bahut khoob mani ji……
धन्यवाद अभिषेक जी आपका बहुत बहुत
मनिंदर आपने गम्भीर मुद्दे को छूआ है
तहे दिल से धन्यवाद शिशिर जी आपका बहुत बहुत
लाइक करोगे मन्नत होगी पूरी
कमेंन्ट करोगे दिन अच्छे से गुजरेगा
शेयर करोगे हर मुश्किल आसान
बल्कुल सही मनीजी
धन्यवाद आदित्य जी आपका बहुत बहुत
Bahut khoob bhai…Aaj kal ye aam ho gaya hai….
सही कहा आपने सी एम शर्मा जी…धन्यवाद आपका बहुत बहुत
मनिंदर जी, इसे भाग्य कहूँ या दुर्भाग्य ……… बहुत गहरी सोच के साथ कटाक्ष भी, विवेचना भी, अथार्थ भी……..!
मनिंदर जी, इसे भाग्य कहूँ या दुर्भाग्य ……… बहुत गहरी सोच के साथ कटाक्ष भी, विवेचना भी, अथार्थ भी……..! बहुत अच्छे ढंग से आपने सब कुछ कह डाला है…!
सुरेन्द्र जी तहे दिल से आपका धन्यवाद इतनी सुन्दर प्रतिकिया के लिए
यथार्थ को दर्शाता खूबसूरत चित्रण किया है आपने.
thanks vijay ji
वर्तमान परिपेक्ष्य पर सटीक अभिव्यक्ति ……………..बहुत खूब मनी……!!
तहे दिल से धन्यवाद निवातियाँ जी आपका