Homeसी. एम. शर्माजूनून-ऐ-मोहब्बत……. जूनून-ऐ-मोहब्बत……. C.M. Sharma सी. एम. शर्मा 14/06/2016 8 Comments दिल टूटा मेरा…. बिखरने है वो लगा…. जूनून मेरी मोहब्बत का…. अब उसके सर है जैसे चढ़ गया….. \ /सी.एम. शर्मा (बब्बू) Tweet Pin It Related Posts शहर…….ग़ज़ल…सी.एम. शर्मा (बब्बू)….. सांसें ज़रूरी हैं जैसे तेरे मेरे जीने को…सी. एम्. शर्मा (बब्बू)… सृजन 1….सी.एम्.शर्मा (बब्बू) …. About The Author CMS Not much to write about myself. just pen down what comes in mind. 8 Comments अभिषेक शर्मा 14/06/2016 बब्बू जी बहुत खूब ………… Reply babucm 15/06/2016 बहुत बहुत शुक्रिया जनाब….. Reply mani 14/06/2016 बहुत बढ़िया सी एम शर्मा जी Reply babucm 15/06/2016 मनीजी….बहुत बहुत धन्यवाद…… Reply Shishir "Madhukar" 14/06/2016 मैं ऐसी मुहब्बत को प्रणाम करता हूँ Reply babucm 15/06/2016 निरुतर हूँ मैं आपके वचनों के आगे….. Reply निवातियाँ डी. के. 14/06/2016 मोहब्बत हो तो ऐसी हो………………बब्बू जी …………..क्या बात है काँटा यंहा लगा ………………दर्द वहां उठा ! मोह्हबत की ताकत का पैमाना छलक उठा !! Reply babucm 15/06/2016 तहदिल से बहुत बहुत आभार आप के मोहब्बत से भरे पैमाने का……मेरी कोशिश रहेगी की ये मुझ पर यूं ही छलकता रहे…… Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
बब्बू जी बहुत खूब …………
बहुत बहुत शुक्रिया जनाब…..
बहुत बढ़िया सी एम शर्मा जी
मनीजी….बहुत बहुत धन्यवाद……
मैं ऐसी मुहब्बत को प्रणाम करता हूँ
निरुतर हूँ मैं आपके वचनों के आगे…..
मोहब्बत हो तो ऐसी हो………………बब्बू जी …………..क्या बात है
काँटा यंहा लगा ………………दर्द वहां उठा !
मोह्हबत की ताकत का पैमाना छलक उठा !!
तहदिल से बहुत बहुत आभार आप के मोहब्बत से भरे पैमाने का……मेरी कोशिश रहेगी की ये मुझ पर यूं ही छलकता रहे……