Homeसी. एम. शर्माभ्रम…तुम ही हो.. भ्रम…तुम ही हो.. C.M. Sharma सी. एम. शर्मा 08/06/2016 6 Comments तेरी चाहत तेरी जुस्तजू…भ्रम है तो…. काश ! एक भ्रम ऐसा भी हो जिसमें सिर्फ तू आये…. तेरी जुस्तजू…तेरी याद कुछ भी ना हो…. क्यूंकि तुम सिर्फ तुम ही हो…हाँ तुम ही हो…. \ /सी.एम. शर्मा (बब्बू) Tweet Pin It Related Posts शब्दों के आँचल में…सी.एम्.शर्मा (बब्बू) हार-6……सी.एम्. शर्मा (बब्बू)… एक ग़ज़ल – यह भी …… About The Author CMS Not much to write about myself. just pen down what comes in mind. 6 Comments Shishir "Madhukar" 08/06/2016 दीवानगी हो तो ऐसी.बहुत खूब बब्बू जी. Reply babucm 08/06/2016 बहुत बहुत आभार पसंद करने का….. Reply Rajeev Gupta 08/06/2016 बब्बू जी सही कहा है शिशिर जी ने अपने दीवानगी को बहुत ही खूबसूरती के साथ पेश किया है l Reply babucm 09/06/2016 बहुत बहुत शुक्रिया आप का….. Reply निवातियाँ डी. के. 08/06/2016 सम्पूर्ण जीवन ही एक भरम जाल है ……………प्रेमजन्य की प्रधानता की उत्कृष्ट मिसाल .. अति सुन्दर बब्बू जी !! Reply babucm 09/06/2016 आप का बहुत बहुत आभार…… Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
दीवानगी हो तो ऐसी.बहुत खूब बब्बू जी.
बहुत बहुत आभार पसंद करने का…..
बब्बू जी सही कहा है शिशिर जी ने अपने दीवानगी को बहुत ही खूबसूरती के साथ पेश किया है l
बहुत बहुत शुक्रिया आप का…..
सम्पूर्ण जीवन ही एक भरम जाल है ……………प्रेमजन्य की प्रधानता की उत्कृष्ट मिसाल .. अति सुन्दर बब्बू जी !!
आप का बहुत बहुत आभार……