No one in this world can love a girl more than her father..
पापा कैसे मुझे विदा कर पाओगे,
अपने कलेजे के टुकड़े को,
किसी और को कैसे सौंप पाओगे,
दो पल को भी जब में,
आपकी आँखों से ओझल हो जाऊँ,
आपके दिल को चैन न आये,
पूरे घर में मेरे नाम की गूँज मच जाये,
मेरा चेहरा देखकर,
आपके चेहरे पर ख़ुशी लौट आये,
उसको हमेशा के लिए,
किसी और को कैसे सौंप पाओगे,
पापा कैसे मुझे विदा कर पाओगे।
चोट मुझे जब भी लगती है,
दर्द आपको होता है,
आह जब मेरी निकलती है,
दिल आपका रोता है,
कोई जब मुझको कुछ बोले,
उस पर क्रोध आपको आता है,
अनजान हाथो में अब ,
अपनी राजकुमारी को कैसे सौंप पाओगे,
पाप कैसे मुझे विदा कर पाओगे।
By:Dr Swati Gupta
I appreciate your understanding of the true feelings of a girls daddy.
आपका बहुत बहुत धन्यवाद।Sir!!!
भावपूर्ण….बहुत ही प्यारी रचना…
आपका बहुत बहुत धन्यवाद।Sir!!