बुरी नजरो से क्या है आपका फायदा
नीयत अपनी संहालो और करो वायदा।
खुद को इतना झुकने न देना कभी
दिल और मन को टुटने न देना कभी
जानों दुनिया की रीति और कायदा
नीयत अपनी ।
मिसाल बाल्मिकी तुलसी दास काली की है
फूल खिलना चमन में कमान माली की है
इनके जीवन से सीखो आप भी वकायदा
नीयत अपनी ।
ज्ञान मिलती नहीं ठोकरो के बिना
फूल खिलती नहीं भवरों के बिना
बढ़कर इससे क्या होता है अब जायदा
नीयत अपनी ।
बी पी षर्मा बिन्दु
नियत साफ़ तो सब साफ़……..अच्छी रचना!