आशिक हो गया दीवाना तेरा हाय दीवाना तेरा हाय
दीवाना तेरा आशिक हो गया
जुल्फों में सो गया दीवाना तेरा हाय दीवाना तेरा हाय
दीवाना तेरा जुल्फों में सो गया
आशिक हो गया दीवाना तेरा हाय दीवाना तेरा हाय
दीवाना तेरा आशिक हो गया………………………………….
तेरे सांसों की गर्मी याद आये सारी रात |
लव के जो जज्बात लब कहने को बेताब
रख लूँ में सजोंकर ये यादों की बारात |
रहेगी ये रवानी मस्तानी सालों साल ||
एक पल का वो मिलना तेरा जादू कर गया
तोड़ के सारे बंधन दिल तेरा आशिक़ हो गया
आशिक हो गया दीवाना तेरा हाय दीवाना तेरा हाय
दीवाना तेरा आशिक हो गया………………………………….
मिल गये जब से तू हमको हो गये मशहूर
मन झूम रहा होके मस्ती में हो गये मगरूर
आ जाना अब चाँदनी में छत पर तू वहीं
कानों में मिश्री घोले बस बस हों बाते वहीं
सब फिजा रंगीली मैं भी रंग मय हो गया
कर दूर दिलों की सब दूरी आशिक़ हो गया
आशिक हो गया दीवाना तेरा हाय दीवाना तेरा हाय
दीवाना तेरा आशिक हो गया………………………………….
पतली ये कमर गोरी सितम ढा रही
है नाजुक जवानी रानी उड़ी जा रही
है दुश्मन जमाना बच उसकी नजर से आना
कोई देख तुम्हें ना ले तुम चुपके दिल लगाना
कयामत ला देगी कातिल तेरा तेरा मुस्कराना
कितना सुन्दर मंजर है दिल दोनों का दीवाना
आशिक हो गया दीवाना तेरा हाय दीवाना तेरा हाय
दीवाना तेरा आशिक हो गया………………………………….
“मनोज कुमार”
सराहनीय प्रयास. मनोज अभी गीतों में गहराई और श्रृंगार लाने के लिए और प्रयास की आवश्यकता है
गीत है यह शायद मै उतना समझ नहीं पाया पर आपका प्रयास सराहनीय….!