Homeअज्ञात कविदीवाने तो घायल…… दीवाने तो घायल…… BARGLA अज्ञात कवि 17/05/2016 1 Comment हुस्न तो बहुतों के पास होता है पर अदाएँ सबके पास नही होतीं और दीवाने घायल हुस्न से नही होते दीवाने तो घायल अदाओं से ही होते है Tweet Pin It Related Posts समझ नहीं आता ख़ुशी जिसे कहते हैं मन का कौतुहल About The Author BARGLA One Response सुरेन्द्र नाथ सिंह कुशक्षत्रप 18/05/2016 मुझे इसकी इतनी नालेज नहीं, पर आपके भाव बहुत अच्छे हैं… Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
मुझे इसकी इतनी नालेज नहीं, पर आपके भाव बहुत अच्छे हैं…