Homeअज्ञात कविऐ माँ ऐ माँ mani अज्ञात कवि, मनिंदर सिंह मनी 13/05/2016 3 Comments तेरी लोरिया, तेरी थपकिया, परेशां मुझे देख तेरी सिसकिया, तेरे आँचल में मेरा छुपना, माथा चुम तेरा मुझे उठाना, रही तू खुद भूखे पेट, हर ख्वाहिश का पूरा होना, हर कदम पे तेरी दुआओ का होना, तेरी मन्नतो का असर है ऐ माँ, आज इस मुकाम पे “मनी” होना | Tweet Pin It Related Posts मैँ भी ईद मनाऊंगा……………..मनिंदर सिंह “मनी” कविता..!! पत्थर का टुकड़ा – बिन्देश्वर प्रसाद शर्मा (बिन्दु) About The Author mani मेरा नाम मनिंदर सिंह "मनी".... जन्म- हापुड़ (ग़ाज़ियाबाद)....... 9216210601 3 Comments Shishir "Madhukar" 13/05/2016 माँ के प्रति कृतज्ञता के अच्छे भाव Reply निवातियाँ डी. के. 13/05/2016 मां को समर्पित खूबसूरत भाव ………अति सुन्दर !! Reply सुरेन्द्र नाथ सिंह कुशक्षत्रप 13/05/2016 माँ को समर्पित खुबसूरत रचना… Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
माँ के प्रति कृतज्ञता के अच्छे भाव
मां को समर्पित खूबसूरत भाव ………अति सुन्दर !!
माँ को समर्पित खुबसूरत रचना…