गुस्ताख दिल
हुस्न की इबादत करना …………
तो अपनी आदत सी हो गयी है
पर जब भी बन्दगी करता हूँ उस खुदा की
तो गुस्ताख दिल नाम तेरा ही जपता है
शायर : सर्वजीत सिंह
[email protected]
गुस्ताख दिल
हुस्न की इबादत करना …………
तो अपनी आदत सी हो गयी है
पर जब भी बन्दगी करता हूँ उस खुदा की
तो गुस्ताख दिल नाम तेरा ही जपता है
शायर : सर्वजीत सिंह
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beautifully said.
Thank you very much Sir.
हुस्न को खुदा की उपमा ….क्या बात है सर्वजीत जी
आपकी प्रशंसा के लिए बहुत बहुत धन्यवाद निवातियाँ जी !