चुम्बन
तेरे होठों को छुया …….
तो लगा अंगारे जैसे छू लिए
जलने में कितना मज़ा है …..
ये जाना ईक चुम्बन के बाद
शायर : सर्वजीत सिंह
[email protected]
चुम्बन
तेरे होठों को छुया …….
तो लगा अंगारे जैसे छू लिए
जलने में कितना मज़ा है …..
ये जाना ईक चुम्बन के बाद
शायर : सर्वजीत सिंह
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अधरों के स्पर्शे की पहली अनुभूति का सजीव चित्रण किया है सर्वजीत. बहुत खूब .
बेहतरीन प्रशंसा के लिए बहुत बहुत धन्यवाद मधुकर जी !
लबो के मधुर मिलन की ज्वलंत अनुभूति का बड़ी सहजता से आभास करा दिया आपने !!
खूबसूरत तरीके से प्रशंसा करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद निवातियाँ जी !