इन्तज़ार
कई बार खटखटाया है
दरवाज़ा उसके दिल का
पर हर बार अन्दर से आवाज़ आई
के इन्तज़ार ओर अभी, ओर अभी, ओर अभी
शायर : सर्वजीत सिंह
[email protected]
इन्तज़ार
कई बार खटखटाया है
दरवाज़ा उसके दिल का
पर हर बार अन्दर से आवाज़ आई
के इन्तज़ार ओर अभी, ओर अभी, ओर अभी
शायर : सर्वजीत सिंह
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इंतज़ार बयां करने का अच्छा अंदाज़
आपकी सुंदर प्रतिक्रिया के लिए बहुत बहुत धन्यवाद मधुकर जी !
Wahhh, aur abhi, aur abhi
बहुत बहुत धन्यवाद!