Homeअज्ञात कविइंसानियत का स्तर इंसानियत का स्तर BARGLA अज्ञात कवि 14/03/2016 4 Comments सड़कों पर कुचले हुए बेजुबान जानवरों के बेजान शव क्या इस बात के गवाह नहीं है की हमारे अंदर इंसानियत का स्तर अभी उस पैमाने से कोशों दूर है जिस पर हम गर्व कर सकते है Tweet Pin It Related Posts तमाशा रिश्तों का कितने युवा है आप ?? मुस्कुराहट…Raquim Ali About The Author BARGLA 4 Comments Shishir "Madhukar" 15/03/2016 भावुक विचार लेकिन अत्यधिक भावुकता कमज़ोर बनाती है Reply BARGLA 18/03/2016 aap sahi kah rahe hai Reply निवातियाँ डी. के. 18/03/2016 अत्यंत गूढ़ चिंतन …!! Reply BARGLA 18/03/2016 Thanks Sir Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
भावुक विचार लेकिन अत्यधिक भावुकता कमज़ोर बनाती है
aap sahi kah rahe hai
अत्यंत गूढ़ चिंतन …!!
Thanks Sir