“क्यूँ पाकिस्तान से लड़ते हो
क्यूँ आतंकी उसे कहते हो
पालते है गद्दारों को स्वयं तुम
और बदनाम पाकिस्तान को करते हो ,
आतंक का अड्डा है पाकिस्तान
जो लोग ऐसा चिल्लाते है
क्या कहेंगे अब भारत को
ये सोच बहुत घबराते है ,
निपट ना सकते घर के गद्दारों से
और पाकिस्तान पे फतह कहते हो
खुद का तन ना ढक सकते तुम
और दूजो को नंगा कहते हो ,
तुम लाख तरक्की कर लो फिर भी
अफजल से ना बच पाओगे
पाले है आस्तीन के सांप जो तुमने
कैसे उनसे निपट पाओगे ,
छोड़ पाकिस्तान अब दुनिया सारी
भारत में आतंक कि शिक्षा पाएगी
आतंक के और विद्यालय खोले जायेंगे
ऐसी व्यवस्था भी बनायीं जाएगी ,
हो सके आधुनिकता से आतंक की शिक्षा
भारत इसके लिए प्रतिबद्ध होगा
ना गद्दार कोई फिर कहलायेगा
जब आतंकी हर भारतीय होगा ||”
व्यवस्था पर दमदार व्यन्ग
धन्यवाद सर ….
बदलते परिवेश पर सुन्दर कटाक्ष !!