बोलो श्री कृष्ण
आज मैं तुम से करता हूँ सवाल।
एक कुल में जन्म लिया
दूसरे में पला बढ़ा
दिखाया तूने अनेको चमत्कार
लोग तुझे मानते हैं भगवन।
बोलो श्री कृष्ण
आज मैं तुम से करता हूँ सवाल।
महाभारत में तुम प्रारम्भ से अंत तक रहे,
कोई भी राज तुम से नहीं था पड़े ,
महामाया भी थी तुम्हारी साथ ,
इसका उदाहरण है सुभद्रा और अर्जुन का मिलाप।
बोलो श्री कृष्ण
आज मैं तुम से करता हूँ सवाल।
मगर तुम आज भी कह दो की
यह कर्म भूमि है जो तुमने गीता में कहा है ,
सभी नश्वर है ईश्वर से न कोई बड़ा है ,
फिर क्यों लोग महाभारत का दोश
एक दूसरे के सर हैं मढ़ते।
बोलो श्री कृष्ण
आज मैं तुम से करता हूँ सवाल।
महाभारत तो आवश्मभ्भावी था ,
सृष्टि से पड़े नहीं यह बात ,
जितना योग्यदान द्वयोधन का ,
उतना ही द्वरोपति और सभी का ,
इसे रोकना नहीं था ,
तुम्हारे लिए कोई बड़ी बात।
बोलो श्री कृष्ण
आज मैं तुम से करता हूँ सवाल।
खूबसूरत रचना नरेंद्र जी ..
धन्यवाद श्रीमान आप जैसे लोगों का हौसला अफजाई का ही परिणाम है।