Homeअशोक कुमार शुक्लाएक मिस्ड काल एक मिस्ड काल शुभाष अशोक कुमार शुक्ला 25/02/2012 No Comments एक मिस्ड काल मोबाइल पर आज फिर दिखलायी दी है एक मिस्ड काल। जैसे राख के ढेर में बच रही कोई चिंगारी छिटक कर आ गिरी हो किसी सूखे पत्ते पर। Tweet Pin It Related Posts एक देह कटे हाथों वाली लाश वेताल About The Author शुभाष Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.