Homeराम केश मिश्रवर्ण पिरामिड।वक्त की चाल। वर्ण पिरामिड।वक्त की चाल। रकमिश सुल्तानपुरी राम केश मिश्र 29/12/2015 No Comments पिरामिड। वक्त की चाल है रिश्ता शरीर संवाहक और प्राण का जन अधिकार सृष्टि का उपहार ये नाँव शरीर भौतिकता सागर मध्य नाविक है कर्म निश्चित दूरी धर्म तो कल जीवन ढलेगा ही वक्त की चाल कर्त्तव्यों के प्रति रहो दृढ़ संचेत @राम केश मिश्र Tweet Pin It Related Posts ।। तुम कहते थे ।। ।।ग़ज़ल।।तुम्हारी याद के सदमे ।। शेर। किस्से दर्द के अक्सर। About The Author "रक" रकमिश सुल्तानपुरी भदैयां , जिला-सुल्तानपुर , उत्तर प्रदेश , [email protected] कॉन्टेक्ट~ , 9125562266 , रूचि- हिंदी साहित्य , कविता,ग़ज़ल, हाइकू, नयी कविता गजल गीत आदि ।।, Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.