पुलकित है अंग
दिल मे उमंग …..
बेखौफ यहाँ उडता दबंग ।
अपनो के संग
खुशियों के रंग….
बेखौफ यहाँ उडता दबंग ।
यारों से मै यारी करता
कभी नही गद्दारी करता ।
सब मेरी नजरों मे होते है
दुश्मन सपनो मे रोते है ।
काँप उठे दुश्मन के अंग ।
वेखौफ जहाँ उडता दबंग ।।
भाईजान हूँ मै बजरंगी
ख्वाब मेरे सच्चे सतरंगी ।
कदम पडे ये मेरे जहाँ पर
थर-थर काँपे लोग वहाँ पर ।
हूँकार भरे उठती तरंग ।
वेखौफ जहाँ उडता दबंग ।।
अनुज तिवारी
बहुत खूब सलमान की फिल्मो से प्रेरित रचना !! लगता है जनाब सलमान के फैन है !!