हम सब मुसाफिर है जिंदगी की राहो के
हँसते – रोते यंहा तुफानो से टकराना है!
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निकले है पाने को आशाओ के नजराने
मंजिल के बहाने मौत को गले लगाना है !!
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@___डी. के. निवातियाँ [email protected]
हम सब मुसाफिर है जिंदगी की राहो के
हँसते – रोते यंहा तुफानो से टकराना है!
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निकले है पाने को आशाओ के नजराने
मंजिल के बहाने मौत को गले लगाना है !!
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@___डी. के. निवातियाँ [email protected]
मृत्यु भी मंजिल के एक बहाना है सही कहा आपने ………….
Thanks Dear…….you are right.