“””””” SONG – तेरा गम मेरा गम “”””””
इश्क़ ख़ामोश सा, तेरे-मेरे दरमियां
फ़ासले हैं ज़रा, थोड़ी हैं ख़ामोशियाँ |
तनहा प्यार की, राहों पे हूँ मैं खड़ा
उलझे डोर सी, साँसों से हूँ लड़ रहा |
नज़रें ढूंढती, तेरे संग के पल बेवजह
गमज़दा हम मगर, सुन दिल की ये इल्तजाह |
तू सुन ले ज़रा …………………
“तेरा गम, मेरा गम,, ना दूजा सनम
तेरी आँखों से, रोये मेरे नयन |
तेरा गम, मेरा गम,, ना दूजा सनम
मेरी आँखों से, रोये तेरे नयन ||
कैसी सरहदों, में है हम-तुम फंसे
भीगी आँखें मेरी, बेबसी पे हँसे |
बेहती ये हवा, तेरा हाल करती बयान
अब तलक तू मुझमे, मैं तुझमे हूँ रवां |
कहीं खो सी गयी, मोहब्बत बेपनाह
गमज़दा हम मगर, सुन दिल की ये इल्तजाह |
तू सुन ले ज़रा …………………
“तेरा गम, मेरा गम,, ना दूजा सनम
तेरी आँखों से, रोये मेरे नयन |
तेरा गम, मेरा गम,, ना दूजा सनम
मेरी आँखों से, रोये तेरे नयन ||
तेरे दिल को मेरी, मेरे दिल को तेरी ख़बर
धड़कनो ने भरी, हाँमी दिल्लगी हमसफ़र |
शायद ना मिले, हम-तुम कभी साथिया
लाज़मी… हम मिलें, खुदा के आशियाँ |
मर भी… जाएँ अगर, हम ना होंगे जुदा
गमज़दा हम मगर, सुन दिल की ये इल्तजाह |
तू सुन ले ज़रा …………………
“तेरा गम, मेरा गम,, ना दूजा सनम
तेरी आँखों से, रोये मेरे नयन |
तेरा गम, मेरा गम,, ना दूजा सनम
मेरी आँखों से, रोये तेरे नयन ||
By Roshan Soni
BEAUTIFUL…SIR
आपका बहोत बहोत आभार ashita parida जी……..
सुंदर अभिव्यक्ति ….!!
आपके स्नेह के लिए बहोत बहोत धन्यवाद निवातियाँ डी. के. जी |