खुशियों का त्यौहार दिवाली
हर साल में जब भी आता है
बच्चे, बूढ़े और युवाओं
सबके मन को हर्षाता है
अन्धकार को दूर भगाकर
दीप खुशी के जलते है
मुरझाए से चेहरे भी
फूलों के जैसे खिलते हैं
लक्ष्मी गणेश के पूजन से
शुभ लाभ सभी को होता है
कर आतिशबाज़ी और फोड़ पटाखे
खूब धूम धड़ाका होता है
सबको अपने पर्वों को तुम
जी भर के खूब मनाने दो
मिलजुलकर आंनद करो और
अवसाद ना पास में आने दो.
शिशिर “मधुकर”
दिवाली की खुशिया का सन्देश देती अच्छी रचना !!
दिवाली के शुभागमन पर बहुत बहुत बधाई हो शिशिर जी !!
बहुत बहुत आभार निवातिया जी
KY KHOOB DIWALI HAI……….
बहुत बहुत आभार शिकन जी
दीवाली का सजीव चित्रण , बहुत खूब ।
बहुत बहुत आभार राज़ कुमार जी
दिवाली सुन्दर रचना
बहुत बहुत आभार कमल जी
दीवाली पर सुंदर कविता
Thank you very much Dr. Deepika for your words.
Shishir
शिशिर जी बहुत अच्छी कविता है, दिवाली की शुभकामना
सुंदर कविता शिशिर जी
बहुत बहुत आभार शकुन्तला जी