।।हाइकू ।। मेरे दुःख में ।।
मेरे दुःख में
मत मिल जाने दो
अपने सुख ।।
थोडा ही तो है
ऋणी करो न आज
कुछ तो सोचो ।।
दुःख के क्षण
तृप्त कर लेने दो
मीठा आभाष ।।
आँखों के पास
बन सुख की छाया
तुम हो क्या ।।
इंद्रधनुष
घन बरसे दुःख
प्रेम तुम्हारा ।।
.. R.K.MISHRA
word meeta aabhash hai ya aabhas
आभास madhukar ji
dhnyawad
बहुत बढ़िया …………!!