कान्हा रे कान्हा
तेरे बोले हैं नैना
घबराऊँ कभी तो
मोहे तोलें हैं नैना
कहती हूँ
सब सौंप दिया
क्यूं डोले जिया
फिर बोले हैं नैना
समंदर से गहरे
ये नैना कारे कारे
लगें डूबने तो
तू ही उभारे
हाथ थामा है जो
न छोड़ोगे तुम
कहते हैं मुझसे
यह नैना तुम्हारे
कान्हा रे कान्हा
तेरे बोले हैं नैना
बिन तेरे
न कोई सहारे
अब चरणों में लेलो
कान्हा प्यारे
न डोले जिया फिर
जो हों तेरे सहारे
Nice
Thank u Anuj Ji
कृष्ण भक्ति का सुन्दर चित्रण
Thank u Shishir Ji