Homeतुषार गौतम 'नगण्य'main panchhi hu kedi nahi hu ……… by tushar gautam main panchhi hu kedi nahi hu ……… by tushar gautam Tushar Gautam तुषार गौतम 'नगण्य' 08/08/2015 No Comments आसमां का छोर नहीं है , ना उदय ना अंत है उसका उन्मुक्त है गगन ये सारा माप भी अनंत है उसका मैं पंछी हुँ कैदी नही हुँ जंजीरो में मत जकड़ो चखने दो दाना अम्बर का द्रण हाथों से मत पकड़ो तुषार गौतम ” नगण्य “ Tweet Pin It Related Posts Dil Tera Mohtaaj Nahi …….. by tushar gautam zindagi gulzaar hai…….. ( Tushar gautam ) मधुशाला……”इक्कीसवीं सदी की मधुशाला” Ikkeesvin sadi ki Madhushala by Tushar gautam About The Author naganya मुझे खुदको भी है टटोलना कहीं है कमी तो है बोलना कहीं दाग है तो छुपाएँ क्युँ हम सच से नजरें हटाएँ क्युँ