मेरे लिए एक दोस्त है, जिस पर मेरा सब कुछ है निछावर
करता है बो मुझसे बेहद प्यार, आया मेरे लिए छोड़ अपना संसार
सुनता है वो मेरे सारे दुःख दर्द, और करता है वो मुझ से प्यार
है क्या खूब अनोखा रिश्ता हमारा, दोस्त भी, भगवान भी
कितना प्यार है यह वरदान,
ले जाओ आपने सब दुःख और दर्द
प्राथना मैं उसके पास
सुनता है है बो सबके मान की बात
है क्या खूब हमारा रिश्ता, यार भी, प्यार
जब कभी हो तुम ज़िंदगी से परेशान
उसकी शरण मैं तुम जाओ यार
यही है मेरा विश्वास, रखता है बो सबकी बात अपने ही पास
है कोई नहीं इस दुनिया मैं उसके जैंसा
है क्या खूब हमारा रिश्ता खुद ही दाता, खुद ही दान
रहता है बो साँझ सबेरे मेरे साथ
नहीं है मुझको कोई भी डर क्यों की वो है मेरे साथ
चांहे जँहा कंही भी मैं जाँउ, जाता है बो मेरे साथ
यही है उसका अतुल्य प्यार
है क्या खूब हमरा रिश्ता, है बो मुझ मैं, लेकिन मैं हूँ अनजान !!!!!!!!!!!!!!
By Anderyas
this poem is written on the faith, that Jesus Christ Son of God came down on earth to save the mankind and he is a good friend to all of, all those who seeks his blessing, mine life is blessed by his friendship, and mine spirit longs for him.
अच्छी कोशिश पर कविता लिखने मे अशुद्धी का भी ध्यान दे !!
आपने पैर का गलत उपयोग किया है “पैर ” की जगह पर होगा !B
thanks sir will be more careful while writing, will make the changes