Homeराम केश मिश्र।।हाइकू।।बढ़ते चल।। ।।हाइकू।।बढ़ते चल।। रकमिश सुल्तानपुरी राम केश मिश्र 05/07/2015 No Comments ।।हाइकू।।बढ़ते चल।। वक्त का पौधा हरियाली पनपी मिलती राहे ।। तकलीफों का पुनः पुनः प्रहार बढ़ते चल ।। झुलसे क्यों हम पाकर साथ अनुभव का ।। R.K.M Tweet Pin It Related Posts ।।जीवन।।(कविता) Haiku हाइकू चुनती ओस । ग़ज़ल ।हर शख़्स गुनेहगार है । About The Author "रक" रकमिश सुल्तानपुरी भदैयां , जिला-सुल्तानपुर , उत्तर प्रदेश , [email protected] कॉन्टेक्ट~ , 9125562266 , रूचि- हिंदी साहित्य , कविता,ग़ज़ल, हाइकू, नयी कविता गजल गीत आदि ।।,