Homeअज्ञात कविचमचागीरी-82 चमचागीरी-82 budhpal अज्ञात कवि 14/06/2015 No Comments हमें पूरी आस्था है पूरा विश्वास है, मेहनत बकवास है; नौकरी में चमचों की चमचागीरी की चीनी में ही मिठास है. Tweet Pin It Related Posts उत्पत्ती ऐसी कृपा प्रभु तुम बरसाओ – अनु महेश्वरी विश्वास हमारा बना रहे – अनु महेश्वरी About The Author budhpal मैं ३९ वर्षों की नौकरी में हर जगह चमचों से पीड़ित व्यथित व्यक्ति रहा हूँ. Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.