Homeअज्ञात कविरंग बदलती दुनिया रंग बदलती दुनिया SONU KUMAR अज्ञात कवि 04/05/2015 No Comments इस रंग बदलती दुनिया में ! अपना न अपना सा लगता हैं! जिसको अपना कह सके ! ऐसा कोई न दिखता हैं! मतलबी हैं सभी यहाँ पे! कोई बिना मतलब के बात करे ऐसा व्यक्ति मिला नहीं ! इस रंग बदलती दुनिया में ! अपना न अपना सा लगता हैं! Tweet Pin It Related Posts एक भूली याद-Bhawana kumari बंधन (एक दर्द का) अन्नदाता हमारा (हाइकु) – अनु महेश्वरी About The Author sonukkc Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.