Homeअज्ञात कविचमचागिरी-47 चमचागिरी-47 budhpal अज्ञात कवि 01/05/2015 No Comments पूरी दुनिया इस बात से अनजान है; चमचागीरी कला है या विज्ञान है. Tweet Pin It Related Posts रोलिंग कुर्सी – अनु महेश्वरी मोहब्बत फिर से उछलेगी जाना पहचाना चेहरा About The Author budhpal मैं ३९ वर्षों की नौकरी में हर जगह चमचों से पीड़ित व्यथित व्यक्ति रहा हूँ. Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.