धरती के इस पाक स्वर्ग पर,
नापाक नजर है पाक की।
पर कश्मीर को हासिल करना,
औकात नहीं है ‘पाक’ की।
चाहे कितने षड़यंत्र रचा लें,
इन पाक परस्तों के आका।
हिंदुस्तानी सेना के आगे,
ना मिल पायेगा इनको मौका।
लाख जतन कर लें ये चाहे,
इनको असफल ही है होना।
क्यूंकि कश्मीर की धरती की रक्षा को
तैनात है हिंदुस्तानी सैनिक तान कर अपना सीना।
देशभक्ति से ऒत प्रोत,
देश का हर एक सैनिक है।
देश की खातिर जान लुटाने
का सपना मन में काबिज़ है।
नापाक इरादे मन में रखकर,
यहाँ “पाक” घुसपैठ करता है।
पर हिंदुस्तानी फौजों के आगे,
हर आतंकी जान गंवाता है।
जय हो हिन्द की सेना की जिसने,
भारत का मान बढाया है।
आतंकियों के नापाक इरादों,
को जिसने मिटटी में मिलाया है।
लेकर हाथ में अपना तिरंगा,
देश का परचम लहराया है।
— निशान्त पन्त ‘निशु’
Jai Hind