Homeबन्टी 'विकास' माहुरे“””हमसफ़र””” “””हमसफ़र””” बन्टी "विकास" माहुरे बन्टी 'विकास' माहुरे 29/01/2015 No Comments मंज़ील तक दोगे साथ मेरा जैसे कोई राह हो॥ दिल की गहराई में डुब जाओ गर मेरी चाह हो॥ छोड़ दो हाँथ मेरा बाद मे बड़ी ही मुश्कील होगी॥ अगर इस बेदर्द दूनीयाँ की तुम्हे थोड़ी भी परवाह हो॥ “””””विकास””””” Tweet Pin It Related Posts इक नज़र इधर भी__________ मोहब्बत करदे_______ “””ऐ चाँद””” About The Author bunty mahure Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.