Homeनीरज सारंगप्रेम और वसना प्रेम और वसना Neeraj Sarang नीरज सारंग 11/01/2015 No Comments प्रेम और वसना दोनों एक दूसरे के व्युत्क्रमानुपाती आनुपातिक हैं, यदि एक में परिवर्तन होता है तो दूसरे में ठीक उसके विपरीत – नीरज सारंग Tweet Pin It Related Posts आज तुम-हम मिले थे प्रेम उस पक्षी की तरह है एक ही प्रेम न जाने कितनी बार About The Author sonu जन्म तिथि - 14 जुलाई 1994' जन्मस्थान - गाज़ीपुर (उत्तर - प्रदेश) email - [email protected] Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.