Homeनीरज सारंगप्राण का पक्षी निकल जाये प्राण का पक्षी निकल जाये Neeraj Sarang नीरज सारंग 08/01/2015 No Comments “ जब तन के घोंसले से प्राण का पक्षी निकल जाये तो वह अंत नहीं है उसका तात्पर्य है सुबह हो गयी और वो तो केवल न जाने किस संसार की सैर पर उड़ गया ” नीरज सारंग Tweet Pin It Related Posts जब तक प्रेम जीवित है वसुंधरा जैसी परी की है तू जननी मेरा हर गीत सुमन सज जाने दे About The Author sonu जन्म तिथि - 14 जुलाई 1994' जन्मस्थान - गाज़ीपुर (उत्तर - प्रदेश) email - [email protected] Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.