महिलाओ का गणित
बात आती है जब कभी हिसाब – किताब की
गणित में अव्वल देखी नारी हिन्दुस्तान की
पूछे कोई तेरे बॉयफ्रेंड तुझ से कितना बड़ा
जोड़कर पांच सात साल करती उसको खड़ा
बात जब चले उनकी उम्र का हो हिसाब
घटाकर अपनी आधी उम्र देती है जबाब
गलती से पूछ लिया उसके लिबास का दाम
जोड़कर दोगुनी कीमत बताती उसका दाम
बैठी हो जब अपने समूह में बात ही कुछ और
अपना बच्चा सबसे छोटा,नहीं उसका है ठोर
सब्जी लेने बाजार जाती मोलभाव में पक्की
किलो दाम की पाव में लेकर कहती ये सस्ती
डी. के. निवातियाँ …….!!!
बहुत सही तथ्य है आपके सृजन मेंं , अक्सर ऐसा होता है । बहुत सुन्दर व्यंग्य ।
सत्यम वचन , होता तो यही है , बहुत सुन्दर व्यंग ।