पेड़ परोपकारी ,
तुलसी का पेड़ ,
बन प्रहरी ,
प्रण लेते हैं |
धारा बदन पर ,
तरु की डालियाँ ,
मोहक रूप पर ,
कितना देते आम !
फल- फूल सुगंध ,
तुलसी का पेड़ ,
गाते रहते हैं ,
गाते प्रण लेते हैं ||
sukhmangal singh born at 01/05/1957. i have from faizabad village and post ahirauli ranimau urf kotia mubarakpur. my father name is Ramsamujh singh i am a writer.
हार्दिक शुभकामनाएं आपको आदरणीय श्री मान जी
तु लसी का जीवन जीने में मानव को महत्व पूर्ण रूप से प्रभाव का भान होता रहे। मानव जीवन सुखी और समृद्ध हो यही शुभ कामनाएं