Homeराम केश मिश्र।।एक दिन।। ।।एक दिन।। रकमिश सुल्तानपुरी राम केश मिश्र 19/11/2014 No Comments ।। एक दिन।। एक दिन तुम और हम चुप थे तभी तुम चले गये ।। 1 मैं तो रुका था दो पल नाउम्मीद तारे भी चले गये ।। 2 बस मे तब थे आंसू अपने बाद जा ने से चले गये ।।3।। Tweet Pin It Related Posts ।।गजल।।आदमी।। chla gdelv chli brate चला गदेलव चली बराते ग़ज़ल.मैं एक दिया था बुझा दिया गया हूँ । About The Author "रक" रकमिश सुल्तानपुरी भदैयां , जिला-सुल्तानपुर , उत्तर प्रदेश , [email protected] कॉन्टेक्ट~ , 9125562266 , रूचि- हिंदी साहित्य , कविता,ग़ज़ल, हाइकू, नयी कविता गजल गीत आदि ।।, Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.