Homeबन्टी 'विकास' माहुरेखीदमतगार खीदमतगार बन्टी "विकास" माहुरे बन्टी 'विकास' माहुरे 10/11/2014 No Comments किस तरह से पेश आऊ तेरी खिद़मत में ऐं हूज़ूर मेरी शराफ़त से तो बल पड़ते है तेरी पेशानी मे और दगाबाज़ो की चिकनी बाते तूझे सूकून देती हैं,,,,, “””””विकास”””” Tweet Pin It Related Posts “””हमसफ़र””” “”””मैं कौन हूँ”””” “हक़ीकत” About The Author bunty mahure