Homeनीलकमल वैष्णव 'अनिश'जिंदगी,,, जिंदगी,,, Neelkamal Vaishnaw नीलकमल वैष्णव 'अनिश' 07/11/2014 No Comments तेरे बगैर अपनी जिंदगी कुछ यूँ है जैसे जान के बगैर बेजान इंसान… जब से तू गई है जिंदगी से मेरी तब से जिंदगी हो गई है वीरान… @नीलकमल वैष्णव “अनिश” Tweet Pin It Related Posts कच्ची कली ! ! अब कुछ नहीं है लिखने को ! ! उसकी एक याद About The Author Neelkamal Vaishnaw मेरे बारें में आप मुझसे ज्यादा समझ सकते हैं,,, बशर्ते आपको अपनी पारखी नजरों से मुझे पढ़ना होगा,,, क्योंकि मेरी जिंदगी एक खुली किताब सी है कुछ भी नहीं छिपा है किसी से.... Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.