कर्म क्रूर की
बेदीपर आ मिलो
उठा सर अपना
संगी चाल चलो
आज ताक़तें
मगरूर हो गई हैं
रूहानियत कहीं
काफूर हो गई है
जैसे भी हो तुम ही
राजवंशी अब
जो अस्तित्व चाहते
हो सो लड़ो
रक्षा अब दूध धागे की
तुम्हारे साथ में है
अब तुम्हारा चीर
दुशासन के हाथ में है
कोसने न पायें
भरोसा वंशो का तुम्हे
गांडीव उठाकर
सारथि संग रण चलो
चीर कर दिखाया है
सीना देवों ने भी
अब तुम अंश बाकी
सीना अपना ढाल करो